Tirupati Balaji Mandir Mysteries: तिरूपति बालाजी मंदिर के 16 अनोखे अज्ञात रहस्य!!
Tirupati Balaji Mandir Mysteries: ये हैं भगवान तिरूपति बालाजी मंदिर के 16 अनोखे अज्ञात रहस्य!! क्या आपको पता थे?
Tirupati Balaji Mandir Mysteries: ये हैं भगवान तिरूपति बालाजी मंदिर के 16 अनोखे अज्ञात रहस्य!! क्या आपको पता थे?

क्या आपको पता है कि तिरुपति बालाजी मंदिर में जो मूर्ति स्थापित है वह असली भगवान की मूर्ति है? यह मूर्ति कभी किसी ने नहीं बनाई बल्कि ही स्वयं प्रकट हुई थी।
दोस्तों क्या आपको यह पता है इस मंदिर में विराजमान वेंकटेश्वरस्वामी की मूर्ति पर लगे हुए बाल उनके असली बाल है? दोस्तों आपको जानकर यह हैरानी होगी कि यह बाल कभी नहीं उलझते और हमेशा मुलायम रहते हैं।
आज हम बात करेंगे भारत के एक ऐसे मंदिर के बारे में जहां भगवान स्वयं विराजते हैं और अगर आपने इस मंदिर के रहस्य को सुन लिया तो आपका दिमाग चकरा जाएगा। तो चलिए इस आर्टिकल की शुरुआत कर लेते हैं।
16 Tirupati Balaji Mandir Hidden Facts
(1). दक्षिण भारत के मंदिर बहुत भव्य एवं प्रसिद्ध हैं तिरुपति बालाजी मंदिर। सर्वाधिक प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है यह प्रभु वेंकटेश्वर बालाजी का मंदिर है जिन्हें श्री विष्णु का अवतार माना जाता है।
यह आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में है और दक्षिण में स्थित तालाब तिरूमाला के पास बना है। इसके चारों ओर स्थित पहाडि़यां शेषनाग के आधार पर सप्तगिरी कहलाती है।
इस मंदिर इतिहास पांचवी शताब्दी से शुरू होता है। यह सभी धर्मों के लिये खुला हुआ है।
(2). भगवान बालाजी की मूर्ति को किसी ने नहीं बनाया है बल्कि यह मूर्ति यहां पर स्वयं प्रकट हुई थी। बालाजी की मूर्ति पर चोट का निशान है जहां औषधि के रूप में चंदन लगाया जाता है।
(3). बालाजी भगवान की मूर्ति पर असली रेशमी बाल हैं और इन बालों की विशेषता यह है कि इसमें कभी उलझनें नहीं पड़ती हैं और सदैव ही साफ दिखाई देते हैं।
(4). इस मंदिर में केशदान की बहुत प्रसिद्ध परंपरा और मान्यता है मन्नत पूरी होने पर लोग यहां पर दान करते हैं। इसका एक भी है कि बालों के साथ वह व्यक्ति अपने घमंड और बुराई को भी समर्पित कर देगा। लगभग 20 लोग रोज केश दान करते हैं।
(5). मंदिर की प्रतिमा को ध्यान से सुना जाए इसके भीतर से समुद्री लहरों की आवाजें आती है। बालाजी की मूर्ति हमेशा नम रहती है अब ऐसा क्यों है यह आज तक पता नहीं चल पाया है।
(6). मंदिर में रोजाना तीन लाख लड्डू बनते हैं। इस मंदिर से करीब 23 किलोमीटर दूर एक गांव है जहां लोग बहुत पुराने नियमों के हिसाब से रहते हैं।
उसी गांव से लाए गये घी,मक्खन, दूध आदि मंदिर में चढ़ाए जाते हैं। और उस गांव का किसी को पता नहीं है और ना ही किसी बाहरी व्यक्ति को वहां जाने की आज्ञा है।
(7). भगवान बालाजी के हृदय पर मां लक्ष्मी विराजमान रहती है। माता यहां पर रहती है यह तब पता चलता है जब हर गुरुवार को बालाजी का पूरा श्रंगार उतार कर उन्हें स्नान करवाकर चंदन का लेप लगाया जाता है।
जब चंदन का लेप हटाया जाता है तो हृदय में देवी लक्ष्मी उभर कर आती हैं।
(8). दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां पर गर्भगृह में एक दीपक बिना घी और तेल के हजारों साल से जल रहा है अब यह कैसे होता है। इसका कारण का पता नहीं चल पाया।
(9). इसके अलावा एक और विशेष प्रकार के कपूर को किसी साधारण पत्थर पर लगाने से वह चटक जाता है पर भगवान की प्रतिमा पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
(10). अन्य मंदिरो की तरह यहां पर भी भगवान को रोज तुलसी पत्र चढ़ाया जाता है लेकिन उसे भक्तों को प्रसाद के रूप में नहीं दिया जाता। पूजा के बाद उसको मंदिर परिसर में मौजूद एक कुँए में डाल दिया जाता है जिसे मुड़कर देखा भी नहीं जाता।


(11). इस मंदिर में मांगी जाने वाली हर मन्नत पूरी होती है। मंदिर के मुख्य द्वार पर दरवाजे की दांयी ओर एक छड़ी रखी है।
इसके बारे में कहा जाता है कि बाल्य अवस्था में ही भगवान जी की इस छड़ी से पिटाई की गई थी और इस कारण से ही उनकी ठोड़ी पर चोट लग गई थी।
इस कारण से आज तक उनकी ठोड़ी पर हर शुक्रवार को चंदन का लेप लगाया जाता है ताकि उनके घाव भर जाये।
(12). जब आप गर्भगृह में जाकर बालाजी भगवान की मूर्ति देखेंगे तो पाएंगे कि मूर्ति गर्भगृह के मध्य में स्थित है। वहीं जब आप गर्भगृह के बाहर आकर मूर्ति को देखेंगे तो ऐसा लगेगा कि मूर्ति दांयी ओर स्थित है।
(13). भगवान की प्रतिम को नीचे से धोती और ऊपर साड़ी से सजाया जाता है ऐसी मान्यता है कि बालाजी में ही माता लक्ष्मी का रूप समाहित है। इसी कारण से ऐसा किया जाता है।
(14). इस मंदिर की मूर्ति पर पुष्प माला चढ़ाई जाती है उसे मूर्ति के पीछे फेंक दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसे देखना अशुभ और पाप है।
(15). वैसे तो बालाजी भगवान की प्रतिमा एक विशेष प्रकार के चिकने पत्थर से बनी है। मगर यह पूरी तरीके से जीवित लगती है। यह मंदिर के वातावरण को काफी ठंडा रखा जाता है।
(16). दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी कि बालाजी की प्रतिमा का तापमान सदैव 110 फारेनहाइट रहता है और प्रतिमा को पसीना भी आता है जिसे पुजारी समय-समय पर पौंछते रहते हैं।
दोस्तों क्या आप जानते हैं कि यह मंदिर दुनिया की सबसे अमीर मंदिरों की गिनती में आता है पर आपको जानकारी हैरानी होगी कि यहां पर विराजित तिरुपति बालाजी गरीब है और कर्ज तले दबे हुए हैं।
जी हां दोस्तों आपने बिल्कुल सही पढ़ा है यह मंदिर तो अमीर है पर यहां के भगवान गरीब है।
अगर आपको यह जानकारी पसंद आयी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर अवश्य करें। धन्यवाद!